उo प्रo के झांसी जनपद में कृषि में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग की प्रवृत्ति का विश्लेषण
DOI:
https://doi.org/10.61778/ijmrast.v2i11.91Keywords:
रासायनिक उर्वरक, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, काऊ कृषि, पर्यावरणीय प्रभाव, मृदा गुणवत्ता, मानव स्वास्थ्यAbstract
भारत में कृषि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मूल आधार है। वर्तमान में कुल ग्रामीण क्रियाशील जनसंख्या का लगभग 59.8 प्रतिशत कृषि कार्य में संलग्न है। कृषि उत्पादन, उत्पादकता, एवं कृषक आय में वृद्धि ग्रामीण भारत के आर्थिक सामाजिक विकास की अनिवार्य आवश्यकता है, और इस आवश्यकता को पूरा करने में कृषि में रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग की महत्वपूर्ण भूमिका है ।उत्तर प्रदेश का झांसी जनपद भी कृषि की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। प्रस्तुत अध्ययन झांसी जनपद में कृषि में रासायनिक उर्वरकों नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश के उपयोग, उपयोग की प्रवृत्तियों में परिवर्तन एवं रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से उत्पन्न पर्यावरणीय समस्याओं पर केंद्रित है। यह अध्ययन रासायनिक उर्वरकों के अनियोजित एवं अनियंत्रित प्रयोग से उत्पन्न समस्याओं के सुझाव भी प्रस्तावित करता है। प्रस्तुत अध्ययन स्थानीय पर्यावरण चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपना कर कृषि की लागतों में कमी लाकर किसान के लाभ में वृद्धि को भी संदर्भित है।
Downloads
Published
Issue
Section
License
Copyright (c) 2024 International Journal of Multidisciplinary Research in Arts, Science and Technology

This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial 4.0 International License.