भारत में उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कैरियर आकांक्षाओं और जेंडर समाजीकरण के मध्य सम्बन्धः एक विमर्श

Authors

  • पंकज यादव शोध-छात्र, शिक्षाशास्त्र, बरेली काॅलेज, बरेली (एम.जे.पी.रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली) Author
  • प्रो. (डॉ.) दीप्ति जौहरी प्रभारी, शिक्षाशास्त्र विभाग, बरेली काॅलेज, बरेली Author

DOI:

https://doi.org/10.61778/ijmrast.v2i9.82

Keywords:

कैरियर आकांक्षा, जेंडर समाजीकरण, कैरियर चयन, जेंडर भूमिकायें इत्यादि

Abstract

किसी भी बालक के व्यवसायिक जीवन के दृष्टिकोण से उच्च माध्यमिक स्तर की शिक्षा बेहद महत्वपूर्ण होती है। भारतीय शिक्षा के ढांचे के अनुसार उच्च माध्यमिक स्तर की शिक्षा के दौरान ही बालक अपने भावी कैरियर के विषय में आकांक्षाओं को आकार देना आरम्भ कर देते हैं और कालांतर में इन्हीं आकांक्षाओं के अनुरूप व्यवसाय का चयन करके उसमें अपना कैरियर बनाते हैं, बालकों की कैरियर के प्रति यह आकांक्षायें विभिन्न सामाजिक, मनोवैज्ञानिक व अन्य कारकों से प्रभावित होती रहती हैं। जेंडर समाजीकरण भी इसी प्रकार का एक महत्वपूर्ण कारक है, जो बालकों के कैरियर चयन को काफी हद तक प्रभावित करता है। जेंडर समाजीकरण के फलस्वरूप प्रायः बालक परम्परागत जेंडर भूमिकाओं के अनुरूप ही व्यवसायों का चयन करते हैं, जो कालांतर में जेंडर असमानता को स्थायित्व प्रदान करने का ही कार्य करता है। वर्तमान लेख के माध्यम से अध्ययनकर्ता द्वारा भारत में उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कैरियर आकांक्षाओं व जेंडर समाजीकरण के मध्य सम्बन्धों की पड़ताल करने का प्रयास इस अपेक्षा के साथ किया जा रहा है कि इस विमर्श के फलस्वरूप उच्च माध्यमिक स्तर पर विद्यार्थियों को जेंडर संवेदनशील बनाकर जेंडर पूर्वाग्रहों से मुक्त किया जा सकेगा और उन्हें उनकी नैसर्गिक क्षमताओं के अनुरूप विभिन्न गैर परम्परागत कैरियर विकल्पों का चयन करने हेतु प्रेरित किया जा सकेगा। 

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Published

2024-09-30