ग्राम पंचायत में दलित महिला प्रधान की भूमिका का समाजशास्त्रीय अध्ययन गोरखपुर जनपद के संदर्भ में
DOI:
https://doi.org/10.61778/ijmrast.v2i1.32Keywords:
ग्राम पंचायत, महिला, आरक्षण, दलित महिला, महिला प्रधान, महिला नेतृत्व, पंचायत राज व्यवस्था, महिला सहभागिताAbstract
भारत में पंचायती राज व्यवस्था का अस्तित्व प्राचीन काल से ही है जो स्थानीय क्षेत्रों का विकास तथा समस्याओं का समाधान करता था। समय के साथ इसके प्रकार्यो में परिवर्तन होता रहा है । वर्तमान में पंचायत राज व्यवस्था वह संस्था है जो सामान्य स्थानीय जनता के प्रशासन के लिए होता है । यह संस्था स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु स्थानीय जनसाधारण द्वारा चुने गए सदस्यों द्वारा होता है । प्रस्तुत शोध पत्र में पंचायती राज व्यवस्था में ग्रामीण दलित महिला प्रधानों की भूमिका का अध्ययन किया गया है ।
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