बदलते हुए परिदृश्य में घरेलू कचरा प्रबंधन पर आधारित एक अध्ययन: इटावा जिले के विशेष संदर्भ में
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https://doi.org/10.61778/ijmrast.v3i7.147Keywords:
घरेलू कचरा प्रबंधन, पर्यावरणीय संतुलन, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र इटावा जिला, जागरूकता एवं व्यवहार परिवर्तनAbstract
वर्तमान समय में पर्यावरणीय संतुलन एवं स्वच्छता के प्रति वैश्विक चेतना के संदर्भ में घरेलू कचरा प्रबंधन एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय बन गया है। जनसंख्या वृद्धि, शहरीकरण, उपभोग की बढ़ती प्रवृत्ति तथा बदलती जीवनशैली ने कचरे की मात्रा एवं प्रकृति में अभूतपूर्व परिवर्तन किया है। प्रस्तुत अध्ययन "बदलते हुए परिवेश में घरेलू कचरा प्रबंधन पर आधारित एक अध्ययन: इटावा जिले के विशेष संदर्भ में" के माध्यम से यह जानने का प्रयास किया गया कि जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन की वर्तमान स्थिति क्या है।
शोध हेतु 200 परिवारों (100 शहरी, 100 ग्रामीण) से प्राथमिक जानकारी प्रश्नावली और साक्षात्कार द्वारा संकलित की गई। अध्ययन में पाया गया कि शहरी क्षेत्रों में नगर निकाय द्वारा आंशिक कचरा संग्रहण व्यवस्था मौजूद है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिक स्वयं निपटान करते हैं। कचरे के पृथक्करण की जागरूकता शहरी क्षेत्र में भी सीमित है और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग नगण्य है। सरकारी योजनाओं की पहुँच एवं प्रभावशीलता अपेक्षाकृत कम पाई गई।
अतः निष्कर्षतः कहा जा सकता है कि इटावा जिले में कचरा प्रबंधन की स्थिति असंतुलित है और इसमें व्यवहार परिवर्तन, जागरूकता, संसाधनों की उपलब्धता तथा प्रशासनिक सक्रियता की अत्यंत आवश्यकता है। यह अध्ययन नीति-निर्माताओं एवं स्थानीय निकायों के लिए कचरा प्रबंधन सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत प्रदान करता है।
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