मेहरुनिस्सा परवेज की कथा साहित्यिक दृष्टि: सामाजिक संरचना, लिंग विमर्श और साहित्यिक प्रवृत्तियों का समीक्षात्मक अध्ययन

Authors

  • Prasunika Rastogi Research Scholar, Department of Hindi, Major S.D. Singh, University, Farrukhabad Author
  • Dr. Juned Andlib Sajid Assistant Professor, Department of Hindi, Major S.D. Singh,University, Farrukhabad Author

DOI:

https://doi.org/10.61778/ijmrast.v3i2.118

Keywords:

मेहरुनिस्सा परवेज, सामाजिक संरचना, लिंग विमर्श, यथार्थवाद, हिंदी कथा साहित्य

Abstract

इस शोध पत्र का उद्देश्य मेहरुनिस्सा परवेज़ के साहित्य का गहन विश्लेषण करना है, जिसमें सामाजिक संरचना, लैंगिक विमर्श और साहित्यिक प्रवृत्तियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। वे अपने लेखन में समाज की वास्तविकताओं की संवेदनशील प्रस्तुति के माध्यम से हिंदी कथा साहित्य की विधा में एक नया दृष्टिकोण लाती हैं। उनका काम न केवल साहित्यिक अभिव्यक्ति का कार्य पूरा करता है, बल्कि सामाजिक परिवर्तन और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावी हस्तक्षेप भी करता है।

इस शोध अध्ययन में मेहरुनिसा परवेज़ की रचनाओं में सामाजिक संरचना और वर्ग संघर्ष के साथ-साथ नारीवादी विचारों और साहित्यिक प्रवृत्तियों को दर्शाने के तरीकों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है। यथार्थवाद, अस्तित्ववाद और समाजवाद कुछ ऐसे अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक आंदोलन हैं जिनका उनके लेखन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है, जो स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। उनकी साहित्यिक कृतियाँ इस तथ्य से अलग हैं कि उनमें एक निश्चित प्रकार का प्रयोग होता है, जिसे उनकी भाषा शैली, पात्रों की मानसिक स्थिति और कहानी की संरचना में देखा जा सकता है।

शोध पत्र पूर्णतः पिछले शोध, आलोचनात्मक पत्र और साहित्यिक समीक्षाएँ द्वितीयक स्रोत के रूप में काम आईं और तुलनात्मक विश्लेषण किया गया। शोध के अनुसार, मेहरुनिसा परवेज़ की रचनाएँ हिंदी कथा साहित्य में सामाजिक वास्तविकता और नारीवादी विमर्श के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान आकर्षित करती हैं। उनकी रचनाएँ एक दिन अधिक व्यापक अध्ययन का विषय बन सकती हैं, विशेष रूप से उनकी महिला पात्रों, भाषाई विकल्पों और साहित्यिक आंदोलनों के संबंध में।

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Published

2025-02-28

How to Cite

मेहरुनिस्सा परवेज की कथा साहित्यिक दृष्टि: सामाजिक संरचना, लिंग विमर्श और साहित्यिक प्रवृत्तियों का समीक्षात्मक अध्ययन. (2025). International Journal of Multidisciplinary Research in Arts, Science and Technology, 3(2), 16-26. https://doi.org/10.61778/ijmrast.v3i2.118